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अश्वगंधा खाने के आश्चर्यजनक फायदे- Ashwagandha Uses, Benefits & much more | afactshindi

Ashwagandha
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अश्वगंधा खाने के आश्चर्यजनक फायदे(Ashwagandha Uses, Benefits)-

आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियां बताई गई हैं. जिनके नियमित इस्तेमाल से हम कई घातक बीमारियों से बचे रह सकते हैं। यदि आप भारत में रहते हैं तो आपने अश्वगंधा नमक जड़ी बूटी के विषय में अवश्य ही सुना होगा। इस जड़ी बूटी को अनेक प्रकार के रोगों को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है, आयुर्वेद में अश्वगंधा के कई गुण बताए गए है। अश्वगंधा को आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का राजा कहा जाता है। आयुर्वेद की किसी भी औषधि को प्रयोग करने से पहले उस औषधि को लेनॆ समय, मॊसम, ओर मात्रा जान लेना अतिआव्श्यक है, गलत विधि हानिकारक होगी आपके लिये। आइए, जानते हैं अश्वगंधा हैं कौन-से गुण। 

 

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अश्वगंधा औषधि क्या होती है(What is Ashwagandha)?

अश्वगंधा(Winter Cherry) एक प्रकार की औषधीय जड़ी बूटी है जिसका उपयोग आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा में हजारों वर्षों से किया जाता रहा है. जिसके रासायनिक तत्व सोम्निफ़ेरीन, स्टार्च, विथैसोमनिन, एनाफैरीन, स्टेरायडल लेक्टोन, प्रोटीन, ट्रोपीन, शर्करा, एमिनो अम्ल और ग्लाइकोसाइड, विथेफेरिन A, विथैनॉन,  विथैनॉलाइड A, C, D, एव E, क्लोरोहाइड्रिन एव सोमनटोल है.यह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी में बहुत असरकारी है. अश्वगंधा(ashwagandha) में मौजूद ऑक्सीडेंट आपके इम्युन सिस्टम(Immunity power) को मजबूत बनाने का काम करता है। जो आपको जुकाम जैसी बीमारियों से लडने की शक्ति प्रदान करता है।

अश्वगंधा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी(Information about Ashwagandha)-

वैज्ञानिक नाम     : Withania somnifera

अग्रेजी नाम        : winter cherry

हिन्दी नम          : असगन्ध, अश्वगन्धा, पुनीर, नगोरी असगन्ध.

 

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अश्वगन्धा की पह्चान कैसे करे(How to Identify Ashwagandha)- 

अश्वगन्धा भारत के सूखे प्रदेशो में खुद जन्मे पौधो के रूप में पाया जाता है, इसकी ऊंचाई 1-२ मी. तक की होती है यह सीधा झाड़ीदार और इसकी शाखाये टेढ़ी-मेढ़ी तथा इसके पत्ते चौड़े अंडाकार, 5-10 सेमी. लम्बे 3-6 सेमी. चौड़े होते है, इसका फल(बीज) मटर के दानो के जैसे होता है अगर असली अश्वगन्धा की पहचान करनी हो तो अश्वगन्धा के पौधो को मसलने पर अश्व (घोड़ो ) के मूत्र जैसी गंध आएगी इसलिए इसे आयुर्वेद ने अश्वगंधा का नाम दिया है.

अश्वगंधा के गुण-कर्म ऒर प्रभाव(Properties and Effects of Ashwagandha)-

 

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अश्वगंधा को कब, कैसे खाएं एवं प्रयोग विधि(How to take Ashwagandha Poweder)-

बालो के लिए-

सफ़ेद व् झड़ते बालो के लिए रात को 5-8 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण गर्म पानी के साथ और प्रात: काल आंवला चूर्ण जरूर ले 

खासी के लिए-

सर्दियों में बच्चे 3 ग्राम , जवान 5 ग्राम, बुजुर्ग 10 ग्राम रात को मुलहठी के साथ काढ़ा पकाकर पीने से शीघ्र ही खासी दूर हो जाती है 

Ashwagandha Uses, Benefits & much more-

महिलाओ के लिए- 

20 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण, एक लीटर जल तथा 250 मिली गाय का दूध, 6 ग्राम मिश्री और 6 गाय का घी मिलाकर इनको अग्नि पर पका ले फिर मासिक धर्म समाप्त होने के 3 दिन बाद से 3 ही दिन तक सेवन काने से गर्भधारण हो जायेगा 

पुरुषो के लिए-

अश्व्गन्धा मूल का चूर्ण 8 ग्राम खाण्ड या मिश्री मिले दूध के साथ लेने से मर्दाना ताकत, तथा वीर्य व शुक्राणुओं में वृद्धि होती. 

इन्द्रिय शिथिलता-

अश्व्गन्धा के बीज या फल को बारीक़ पीसकर चमेली के तेल में घोट कर इन्द्रिय शिथिलता दूर हो जाती है 

गठिया रोग-

गठिया बाय रोगी अश्वगंधा पंचांग का 10 ग्राम चूर्ण रात को दूध के साथ ले सभी वात रोगो में फायदा होगा 

वजन बढाने के लिए-

सर्दियों में 8 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण 4 ग्राम पहाड़ी गोखरू और मिश्री वाले दूध के साथ ले

Ashwagandha Uses, Benefits & much more-

वजन घटने के लिए-

अश्वगंधा के पत्र को पकाकर आंवले के साथ प्रातकाल गर्म पानी से खली पेट लेने से मोटापा दूर होता है

अश्वगंधा के नुकसान(Side Effects of Ashwagandha)- 

अश्वगंधा खाते समय क्य- क्या सावधानी बरते(Precautions of Ashwagandha)-

 

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अश्वगंधा के बारे में सवाल और जवाब-

 

QUESTION- क्या साइटिका में अश्वगंधा खाना लाभदायक है?

ANSWER- दोस्तों अश्वगंधा तेल का उपयोग मांसपेशियों(Muscles) की मजबूती के लिए भी किया जाता है। अश्वगंधा तेल को तिल के तेल में डालकर मालिश करें। इससे साइटिका ही नहीं पैरों का सुन्न होना, पीठ दर्द और मांसपेशियो की ऐंठन भी दूर होता है। साइटिका के इलाज में अरंडी की जड़ और छाल का उपयोग(Use) किया जाता है।

 

QUESTION- क्या हल्दी और अश्वगंधा को मिलाकर दूध के साथ पी सकते हैं?

ANSWER- हाँ(YES), इन दोनों के सेवन से बहुत ही अचूक फायदे मिलेंगे.

 

QUESTION- क्या अश्वगंधा से पागलपन का इलाज होता है?

ANSWER- इसके बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श ले.

 

QUESTION- क्या अश्वगंधा से गुप्त रोग खत्म होते है?

ANSWER- बहुत से गुप्त रोगों में अश्वगंधा बहुत ही दमदार औषधि है जैसे कि शीघ्रपतन, स्वप्नदोष, इत्यादि. अगर किसी पुरुष में शुक्राणु की कमी अत्यधिक है. तो वह अश्वगंधा का उपयोग कर सकते हैं. रात को सोने से पहले एक गिलास दूध के साथ अश्वगंधा मिलाकर पिएं, ऐसा आप 2 हफ्ते तक करें आपको बहुत ही अच्छे फायदे देखने को मिल जाएंगे,

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