औरतों के मामले में एक नंबर का कच्चा था अकबर दरिंदा जान के पैरों तले ज़मीन खिसक जाएगी 

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मुगलों के हरम में निजी दासियों का वेतन,औरतों की बुरी स्तिथि और काम

मुगल काल के जिस हरम की इतिहास में हज़ारो लाखो किस्से सुने गए है. उसकी शुरुआत बाबर ने की, किन्तु  उसे शानदार बनाने का काम सिर्फ अकबर ने किया था. अकबर के काल में हरम में 5 हजार से ज्यादा औरते थीं, हरम  के अन्दर न केवल शंहशाह की बेगम रहती थी. बल्कि राजाओ की सारी औरते हिजड़े रखैल दासियाँ सबकी सब रहते थे. उनके साथ ही मुगलो के 16 साल तक के लड़के शंहशाह के हरम की औरतों के साथ ही रहते थे

 

हरम में रहने वाली औरतों की बुरी स्तिथि
 

जो स्त्री एक बार हरम में आ जाती थी, उसके बाद फिर उसकी अर्थी वहां से उठती थी. हरम में कोई प्रवेश नहीं कर सकता था.छुप कर आने वाले को मौत की सजा सुनाई जाती थी.एक बार जो औरत शाही हरम में आ जाती थी.फिर उसे अपनी पूरी ज़िन्दगी कड़ी सुरक्षा और चार दीवारी की कैद में ही गुजारनी पड़ती थी. और इसके बदले में बादशाह की ओर से हरम में हर तरह का एशो आराम मिलता था.जो औरत खूबसूरत होती थी. उसे मुग़ल राजा के पेशे नज़र होना पड़ता था.और मुगलो में सबसे गंदा अकबर का इतिहास रहा है. हरम के अन्दर रहने वाली हर औरत को कठोर नियम मानने पड़ते थे. उनको बहार जाने की इजाज़त नहीं थी .उनको पर्दा करना ज़रूरी होता था. और ऐसा इसलिए था. क्युकी ठरकी अकबर नहीं चाहता था .की उसके अलावा औरतो को कोई और देखे.वो इतना पागल और अय्याश था की जब कोई औरत गुलाम बनाके लाई जाती थी. तो उससे पूछता था की तुमने सम्भोग किया है. किया है तो कितनी बार किया है.और अगर कोई मना कर देती तो उसको वो पुरे एक महीने तक अपने कश में खिदमत का मौका देता था. और अगर कोई लड़की सम्भोग की होती थी तो उसे वो एक रात अपने साथ रखता था .ऐसा था महान अकबर अय्याश राजा


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मुगलों के हरम में निजी दासियों का वेतन और काम जानके पैरों  तले ज़मीन खिसक जाएगी

मुगलों की तरह हरम को बनाए रखना किसी दूसरे सुल्तान के राजा के लिए संभव नहीं था.उसका सबसे बड़ा कारण था पैसा. हरम में बड़े स्तर पर रखी गईं औरतों की तनख्वाह के लिए बहुत अधिक दौलत की जरूरत होती थी . उस ज़माने में बड़े पद पर महिला को 1600 रुपय महीने तक का वेतन मिलता था. यह वो ज़माना था जब 1 तोला सोना केवल 10 रुपये में आ जाता था. औरतों की देखभाल करने वाली दरोगा को इतना तनख्वा मिलती थी.कि आज के ज़माने में हर महीने एक किलो सोना खरीदा जा सकता है.उस ज़माने में 5 रुपये में पूरे महीने का खर्च आराम से चल जाता था.इतना ही नहीं अगर कोई औरत बादशाह को जिस्मानी तौर पर खुश कर देती थी. वो दरिंदा अकबर उसको नज़राना भी देता था.जो तनख्वा से कई गुना ज़्यादा होता था. तो कुछ औरते तो ज़बरदस्ती अकबर या मुगलो राजाओं को खुश करती थी. और कुछ औरतों को पैसा का मज़ा पड़ चूका था .जिसके नशे में उन्हें अपना जिस्म भी नज़र नहीं आता था


सती प्रथा पर रोक लगाने की बात अफवाह अकबर की सबसे गंदी ऐय्याशी

अकबर एक ऐसा गंदा बादशाह था.जिसने अपनी हवस को खत्म करने के लिए न जाने कितनी मुस्लिम औरतों की इज़्ज़त लूटी थी. जिसमे मुस्लिम औरत चाँद बीबी का नाम मशहूर है.अकबर ने अपनी सगी बेटी तक को नहीं छोड़ा था. उसने अपनी  सगी बेटी आराम बेगम की पूरी जिंदगी शादी नहीं की और आखिर में उस की मौत बिना शादी के ही हो गई थी. सबसे जूठी अफवाह है की अकबर ने तरस खा के सतीप्रथा पर रोक लगाई थी. जबकि इसके पीछे की असली वजह यही थी. की राज-वंशीय हिन्दू औरतों के पतियों को मरवाकर और उनको सती होने से रोक कर हरम में डालकर अपनी हवस मिटाई थी.इतना ही नहीं राजकुमार जयमल की बेरहमी से हत्या करके अपनी इज़्ज़त बचाने जा रही उसकी बीवी को अकबर ने बिच में ही पकड़ लिया और अपने हरम में ही उसको डाल दिया.और उसके सारे रिश्तेदारों को मरवा  दिया. इतना ही नहीं पन्ना के राजकुमार को मारकर उसकी विधवा पत्नी को उठाके ले गया अय्याश अकबर औरतों के लिबास में मीना बाज़ार जाता था.जो हर साल लगता था।. बाज़ार में जो भी नारी अकबर को पसंद आ जाती, उसको वो उठवा लेता था और अपनी हवस का शिकार कर लेता था।.और पूरी रात उसे अपनी हवस का शिकार बनाता था।.जब अकबर बहार जाता था .तो  हरम की औरतों को जानवरों की तरह महल में बंद करवा देता था.

 

इस्लाम धर्म का दुरुपयोग

अकबर नेअपने धर्म इस्लाम का भी नहीं छोड़ा उसका भी दुरुपयोग किया। क्युकी वो सुन्नी फिरके का था. तो उसके अनुसार एक मुस्लिम एक साथ चार से ज्यादा औरतें नहीं रख सकता और जब अकबर उस से ज्यादा औरतें रखने लगा तो मौलवियों ने उसे रोकने की बहुत कोशिश की. इस से अकबर ने नाराज होकर सुन्नी मौलवियों को हटा कर शिया मौलवी को रख लिया था.  क्योंकि शिया मज़हब में कितनी भी बीवियाँ रख सकते हैं.आपको बता दे की ऐसे विवाह को अरबी फिरके में “मुतअ” निकाह कहा जाता है।

कुल मिलाकर मुगलो का इतिहास लूट अय्याशी गद्दारी सगी बहनो की इज़्ज़त लूटना माँ के साथ बद सलूकी बे सहारा औरतों का न जायज़ फायदा इन सबसे भरा पड़ा है. जब तक मुग़ल इस देश में रहे देश का नाश मारा अंगेर्जो की गुलामी भी इनकी बदौलत करनी पड़ी और हमे आज तक मुग़ल महान ही पढ़ाया जाता है. मुगल इतने बे रेहम थे की उन्होंने अपने कई नाजायज़ बच्चे पैदा करवाए और फिर उनको उनकी  माताओ से छीन कर मरवा डाला .

दोस्तों आपकी मुगलो के बारे में क्या राय है। क्या आप मुगलो को अभी भी महान समझते हैं कमेंट करके ज़रूर बताएं।

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