जब किसी स्टॉक में बहुत उतार-चढ़ाव होता है तो निवेशकों के हित की रक्षा के लिए एक्सचेंज इन्हें ASM फ्रेमवर्क में डाल देते हैं

जो शॉर्ट टर्म के लिए भी हो सकता है और लॉन्ग टर्म के लिए भी. ASM के तहत high-low variation हैं

क्लाइंट कंसेंट्रेशन, प्राइस बैंड हिट्स की संख्या, क्लोज-टू-क्लोज प्राइस वैरिएशन और प्राइस-अर्निंग रेश्यो जैसे पैरामीटर्स के आधार पर सिक्योरिटीज को शॉर्टलिस्ट किया जाता है

इस फ्रेमवर्क में आने के बाद इंट्रा-डे ट्रेडिंग के लिए 100 % upfront मार्जिन की जरूरत पड़ती है जाता है

Adani Group की तीन कंपनियों को एक्सचेंजों से बड़ी राहत मिली है

NSE और BSE ने अडानी ग्रुप की तीन कंपनियों को

NSE और BSE ने अडानी ग्रुप की तीन कंपनियों को

ADANI ENTERPRISES, ADANI POWER, ADANI WILMAR को शॉर्ट टर्म ASM से बाहर निकाल दिया है।

अदाणी ग्रुप की इन तीनों कंपनियों को NSE और BSE ने 8 मार्च को ASM फ्रेमवर्क के तहत रखा था

NSE के मुताबिक अब सभी मौजूदा डेरिवेटिव कांट्रैक्ट्स पर ASM से पहले के मार्जिन को बहाल किया जाएगा।

अब सभी नए पोजिशंस पर मार्जिन 50 % या मौजूदा लेवल इनमें से जो अधिक हो, वो लागू होगा। 

एक्सचेंजों ने TTML को भी इस फ्रेमवर्क से बाहर किया है।

जो तीन स्टॉक्स फ्रेमवर्क से आज बाहर निकले हैं, वे सभी आज ग्रीन जोन में हैं