अफीम खाकर उतर रहे थे हुमायूं सुनी अल्लाह हु अकबर की आवाज तो सीढ़ियों से गिरकर मर गए
बाबर की मौत के बाद मुगल साम्राज्य की नींव हिल गयी थी। हुमायूं को शेर खां और बहादुर शाह से मुकाबला करना पड़ा था
एक दिन में तीन बार अफीम लेने के बाद फिर भी दिल्ली पर 10 साल किया राज
हुमायूं को एक तो किताब से और दूसरे अफीम से निराला लगाव था. वो एक दिन में 3 बार अफीम खाया करता था.
इतना ही नहीं अपनी मौत से ठीक पहले भी उसने अफीम खाया था.
24 जनवरी सं 1556 में हुमायूं ने गुलाब जल से अफीम खाई और दिन की शुरुआत की. उन्होंने एक लम्बा पोस्तीन पहना हुआ था
हुमायूँ नमाज़ पढ़ने के लिए खड़े हुए जैसे ही मस्जिद अज़ान देने वाले मोअज़्ज़न ने अज़ान के तीन शब्द ‘अल्लाह हु अकबर’ बोले
फिर हुमायूं सजदे में जाने के लिए झुके. तभी हुमायूं का पैर
उनकी लम्बी पोस्तीन में फंस गया और फिर हुमायूं फिसलते हुए सीढ़ियों से गिर कर मर गए
जब हुमायूं का शासनकाल था. तब मुगल साम्राज्य उत्तर भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान तक फैला हुआ था
हुमायूं की मृत्यु अपनी गद्दी पर राज करते हुए 48 साल की उम्र में ही हो गयी थी
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