NGT ने कहा दिल्ली में तेजी से बनीं अवैध बस्तियों ने यमुना नदी को तबाह किया

दो करोड़ की आबादी वाले शहर में 70 लाख से ज्यादा लोग अवैध बस्तियों मैं हैं 

पिछले 20 वर्षों से बेरोकटोक अवैध कॉलोनियों के विस्तार का अनुभव बताता है कि इससे आबादी का बड़ा हिस्सा बेतरतीब ढंग से रह रहा है

ये सब हुआ है नेताओ की वजह से आपको दें की यमुना नदी के आस-पास का सभी इलका खुला छोड़ने के लिए है वहां कोई भी घर बनने की अनुमति नहीं है 

लेकिन इसके बावजूद वहां के नेताओ की मर्ज़ी से कईं क्लोनी का निर्माण हुआ इससे नेताओ को डबल फायदा हुआ

एक तो उन्होंने जगह बेच कर कईं करोड़ रूपये कमाएँ और दूसरा उन्हें वोट भी मिले 

इसमें विनाश हुआ उन गरीबो का जो वहां रह रहे थे टैक्स भी दिया सड़क टेक्स भी दिया

लेकिन आज बारिश के सैलाब में उन्ही ही घर से बेघर होना पड़ा और सड़क का टेक्स भरने के बाद भी उन्हें नाव का भी सहारा न मिला 

 यमुना नदी में कई जगहों पर बांध, पुल और सड़क तक बना दिए गए हैं। कई जगहों पर नदी की धारा को मोड़ दिया गया है

 जैनपुर टिकौला में खनन ठेकेदारों ने यमुना के अंदर तक सड़क बना डाली है

तो फिर आप ही खुद सोचिये इसमें कौन ज़िम्मेदार है जब पानी को जगहँहि मिलेगी तो वो तो फिर कॉलोनी ही बर्बाद करेगा न