जज़िया एक प्रकार का धार्मिक कर था जिसको मुस्लिम राज्य में रहने वाली गैर मुस्लिम जनता से वसूल किया जाता था। 

अगर कोई गैर मुस्लिम, मुस्लिम राज्य में रहना चाहे तो उसे जज़िया कर देना होता था  

भारत में जजिया कर सबसे पहले मुहम्मद बिन कासिम के आक्रमण के बाद लगा था

इसके बाद जजिया कर लगाने वाला दिल्ली सल्तनत का प्रथम सुल्तान फिरोज तुगलक था

यह पहला सुल्तान था जिसने ब्राह्मणों पर भी जजिया कर लगाया था

फिरोज तुगलक के ऐसा करने के विरोध में दिल्ली के ब्राह्मणों ने भूख हड़ताल कर दी। 

फिर भी फिरोज तुगलक ने इसे समाप्त करने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया

 सबसे पहले अकबर ने 1564 ईo में जज़िया कर समाप्त किया

उसके बाद औरंगजेब ने 1679 ईo में जजिया कर फिर से लगाया।

अन्त में 1720 ईo में मुहम्मद शाह रंगीला ने जयसिंह के अनुरोध पर जजिया कर को सदा के लिए समाप्त कर दिया।