हमेशा औरतों का सहारा लेने वाला गाँधी क्यों बापू और महात्मा के नाम से जाना गया
नल्ले गांधी को बापू रूप में भी जाना जाता है । “महात्मा” की उपाधि उन्हें रवींद्रनाथ टैगोर ने प्रदान की थी
लेकिन कुछ इतिहासकारों कहते है गांधी को सबसे पहली बार 1915 में वैद्य जीवन राम कालिदास ने 'महात्मा' कहकर संबोधित किया था
नग्न लड़कियों के साथ सोने की गांधी की आदत को लक्ष्य बनाकर कहा गया है कि मोहनदास गांधी का सेक्स जीवन वास्तव में बहुत ही असाधारण था।
गांधी का विवाह 13 साल की उम्र में हुआ था कस्तूरबा 14 वर्ष की थीं। परिवार के घर में एक कमरे में साथ-साथ रहने के कारण कस्तूरबा जल्दी ही गर्भवती हो गई थीं
जब उनके पिता अंतिम सांस ले रहे थे तब गांधी कस्तूरबा के साथ सेक्स कर रहे थे। इस तरह यह अपराध बोध भी जुड़ गया कि वे 'वासनात्मक प्यार' में डूबे थे
असल में तो गांधी महात्मा नहीं बल्कि नाथूराम गोडसे महान था जिसने गाँधी को मारकर
देश को कईं टुकड़ो में बटने से बचाया था नहीं तो ये डुप्लीकेट बापू भारत के और टुकड़े कर चूका होता
गाँधी ने अपने ‘ब्रह्मचर्य प्रयोगों’ में अनेक लड़कियों व स्त्रियों को इस्तेमाल किया
जानकारी के लिए बता दे की गांधी को पहली बार ‘राष्ट्रपिता’ जवाहरलाल नेहरु ने खा था